शिक्षक मोर्चा का हड़ताल फ्लॉप शो…..सफल आंदोलन एवं मांगो की पूर्ति के लिए सभी संगठनों की एकता आवश्यक – जाकेश साहू

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रायपुर //-
“छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा” का आज प्रदेश के सभी 33 जिला मुख्यालयों में आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन था। उक्त आंदोलन को फ्लॉप शो करार देते हुए प्रदेश में सहायक शिक्षकों/प्राथमिक प्रधान पाठको/यूडीटी (1,09,000) के नेता एवं प्रधान पाठक मंच छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष जाकेश साहू ने कहा है कि प्रदेश स्तर पर ऐतिहासिक व सफल आंदोलन के लिए तथा सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने एवं शिक्षक एलबी संवर्ग के सभी मांगों की पूर्ति के लिए प्रदेश के सभी शिक्षक एलबी संवर्गों के समस्त संगठनों को एक कर साझा मंच बनाने की आवश्यकता है। तभी ऐतिहासिक व सफल आंदोलन होगा और शिक्षक एलबी संवर्ग की सभी मांगे पूरी होगी।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के संस्थापक एवं प्रधान पाठक मंच के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू ने कहा है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश का इतिहास रहा है कि जब-जब शिक्षकों के सभी संगठन एक मंच पर आकर, साझा मंच एवं साझा मांग पत्र तैयार कर आंदोलन का ऐलान किए हैं। तब तब उसमें प्रदेश का एक-एक शिक्षक आंदोलन का हिस्सा बना है। तथा लंबा और ऐतिहासिक आंदोलन हुआ है। साथ ही सभी संगठनों के एक होकर लड़ने से सरकार को भी झुकना पड़ा है।
आज प्रदेश के शिक्षाकर्मी अर्थात शिक्षक एलबी संवर्ग जो 1995 और 1998 में 500 वेतन पाते थे वो आज 40,000 से 50,000, 70,000 और 80,000 महीने तक वेतन पा रहे हैं। इसका कारण सिर्फ और सिर्फ विभिन्न संगठनों की एकता एवं ऐतिहासिक व सफल शिक्षाकर्मी आंदोलन रहा है।
वर्तमान में हो यह रहा है कि सिर्फ चार संगठनों ने मोर्चा बनाकर आंदोलन का ऐलान किया है। जिससे प्रदेश के बाकी 16 शिक्षक एलबी संवर्ग संगठन इससे नाराज हो गए और सभी ने एकता दिखाते हुए आनलाइन वेबेक्स मीटिंग करके मोर्चा के चार संगठनों के उक्त आंदोलन के बहिष्कार की घोषणा कर दी।
जिससे परिणाम यह हुआ कि अनेक जिलों में तो पंडाल में सौ डेढ़ सौ की संख्या ही शिक्षकों की रही। कहीं पर 200 से 400 तो कहीं पर 500 व कहीं पर अधिकतम 600 की संख्या दिखाई दी।
जबकि छोटे जिलों में तो तीन से चार हजार व बड़े जिलों में 8 से 10 हजार तक शिक्षक एलबी संवर्ग साथी कार्यरत हैं।
यदि सभी संगठन एक होकर हड़ताल करें, तो प्रदेश के सारे स्कूल बंद होंगे। जिले और ब्लॉकों में भी शिक्षकों की भीड़ दिखाई देगी।ऐतिहासिक आंदोलन भी होगा।
सरकार तक एकता का संदेश जाएगा और शिक्षकों के मांगों के सामने सरकार को झुकना पड़ेगा।
शिक्षक नेता जाकेश साहू ने प्रदेश के समस्त शिक्षक साथी जिन्होंने एकता दिखाई वह 16 संगठनों के मांग पर आज आंदोलन में नहीं गए और जिन्होंने यह कहा कि जब तक सभी संगठन एक नहीं होंगे हम आंदोलन में नहीं जाएंगे इन साथियों को धन्यवाद व्यापित करते हुए कहा है कि भविष्य में हमेशा यह प्रयास किया जाएगा कि सभी संगठन एक मंच पर आकर आंदोलन करें। बहर हाल आज के आंदोलन को जाकेश साहू ने फ्लॉप शो करार देते हुए आंदोलन में भाग नहीं लेने वाले साथीयो को धन्यवाद ज्ञापित किया है और भावी आंदोलनों के लिए एकता व साझा मंच का संदेश दिया है।