एनएचएम कर्मचारियों का फूटा गुस्सा — जल सत्याग्रह से जताया विरोध, 23वें दिन भी जारी रहा आंदोलन।
आज जिला भाजपा कार्यालय का करेंगे घेराव —
“आप ने बनाया है तो आप संवारोगे कब?”
मोदी की गारंटी को याद दिलाया जाएगा।
गरियाबंद : नियमितीकरण, ग्रेड पे और 10 सूत्रीय मांगों को लेकर एनएचएम कर्मचारी पिछले 23 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। आज प्रांताध्यक्ष डॉ अमित मिरि, पूर्व प्रांताध्यक्ष हेमन्त सिन्हा, प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ रविशंकर दीक्षित के साथ कर्मचारियों ने बड़ी रैली निकालकर छिंद तालाब छुरा रोड में पहुँचकर जल सत्याग्रह किया और शासन-प्रशासन तक अपनी आवाज़ बुलंद की।
जिलाध्यक्ष अमृत राव भोंसले, प्रांतीय प्रतिनिधि भूपेंन्द्र सिन्हा, भूपेश साहू ने कहा कि—
हम आम जनता को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराते हैं, किंतु हमें स्वयं मेडिकल अवकाश, ग्रेड पे और सामाजिक सुरक्षा तक का लाभ नहीं मिलता।
लंबित 27% वेतन वृद्धि, चिकित्सा परिचिया,अनुकंपा नियुक्ति और अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष जारी है।
वर्ष 2023 में 31 दिन के आंदोलन के दौरान मंच पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, अरुण साव, विजय शर्मा, ओपी चौधरी और केदार कश्यप उपस्थित होकर यह आश्वासन दे चुके थे कि “सरकार बनने के 100 दिवस के भीतर नियमितीकरण व समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।” किंतु वर्तमान सरकार को बने 20 माह से अधिक हो गए हैं और अब तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
कार्यकारी अध्यक्ष शेखर धुर्वे, लम्बोदर महतो, सचिव कमलेश्वर ढीढी, तथा जिला प्रवक्ता संदीप वर्मा, योगेश साहू व डॉ तरुण पटेल, गुलजारी कोसले ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी सीमित संसाधनों कम वेतन सुविधा बिना सामाजिक सुरक्षा के 20 वर्षो से ग्रामीण और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था संभाल रहे हैं। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। यदि सरकार ने अब भी लिखित आदेश जारी नहीं किया, तो आंदोलन और उग्र होगा तथा किसी भी विषम परिस्थिति की जिम्मेदारी सरकार की होगी।
आज की रैली में सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी शामिल हुए। सभी ने तिरंगा झंडा और मांगों से संबंधित तख्तियाँ हाथों में लेकर नारेबाजी करते हुए छिंद तालाब में जल सत्याग्रह किया
