राम बिशाल पांडेय सेजेस राजिम में हुई कैरियर काउंसलिंग कार्यशाला

IMG-20250908-WA0057

राजिम : गरियाबंद जिला के जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह धीर के द्वारा जिले के सभी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों के लिए मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के गाईड लाईन के तहत कैरियर गाइडेंस आयोजित करने निर्देश दिए गये हैं। इसी तारतम्य में नगर के प्रतिष्ठित विद्यालय शासकीय राम बिशाल पांडेय उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल राजिम में भी करियर काउंसलिंग, गाइडेंस एंड काउंसलिंग एवं स्वास्थ्य काउंसलिंग की एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस एक दिवसीय कार्यशाला के लिए तीन विशेषज्ञों डॉ रश्मि किसपोट्टा शिशु रोग विशेषज्ञ एवं प्रोफेसर बालाजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस रायपुर, नीलिमा लकड़ा व्याख्याता एवं काउंसलर सेजेस रानाखुज्जी बालोद, मनीष टोप्पो क्रीड़ा अधिकारी शासकीय महाविद्यालय बालोद को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था।

प्रारंभ में प्राचार्य संजय एक्का ने आमंत्रित रिसोर्स पर्सन्स का परिचय देते हुए विद्यार्थियों को करियर काउंसलिंग गाइडेंस एंड काउंसलिंग हेल्थ काउंसलिंग आदि के कार्यशाला के उद्देश्य और महत्व को सविस्तार बताते हुए कहा की विद्यार्थी सही जानकारी और मार्गदर्शन के अभाव में अपने करियर के लिए सही दिशा नहीं पकड़ पाते हैं, दूसरी और विद्यार्थियों का मन इस उम्र में विचलित रहता है कई बार असफलता और किसी अन्य कारण से मन में निराशा छा जाती है, इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधित जागरूकता के अभाव के कारण कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं इन सभी के निदान के लिए यह एक दिवसीय कार्यशाला आयोजन किया जा रहा है।
कार्यशाला प्रोफेसर डॉक्टर रश्मि किस्पोट्टा के सत्र से प्रारंभ हुआ। प्रोफेसर डॉ रश्मि ने बच्चों को बताया की वे किस प्रकार अपना लक्ष्य निर्धारित करें, कौन सा विषय हमारे लिए बेहतर होगा उसे चुने, और अपने लक्ष्य की तैयारी किस प्रकार करें। प्रोफेसर डॉ रश्मि ने बालिकाओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्या के संबंध में काउंसलिंग के लिए लड़कियों का विशेष सेशन लिया। इस सेशन में उन्होंने लड़कियों से संबंधित सभी प्रकार के स्वास्थ्य समस्याओं पर सविस्तार चर्चा करते हुए विभिन्न सावधानियां किस प्रकार से बरतना चाहिए बताया। दूसरे सत्र में काउंसलर नीलिमा लकड़ा ने विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए उन्हें समझाया कि अध्ययन कैसे करना चाहिए, जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए, परीक्षा के डर से कैसे छुटकारा पाएं, मानसिक रूप से जब परेशान हो और निराशा चारों ओर से घर ले तब हम किस प्रकार से ऐसी विपरीत परिस्थितियों से उबर पाएंगे आदि जैसे कई मुद्दों पर उन्होंने विद्यार्थियों से चर्चा किया। रिसोर्स पर्सन मनीष टोप्पो ने प्रोजेक्टर द्वारा पीपीटी के माध्यम से बहुत ही प्रभावशाली ढंग से बच्चों को समझाया किस प्रकार स्टेप बाय स्टेप अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। कीड़ा के क्षेत्र में करियर की क्या संभावना है यह बताते हुए उन्होंने खेल के साथ अध्ययन को भी अति आवश्यक बताया।
सभी सत्र के दौरान न केवल रिसोर्स पर्सन्स ने प्रश्न किया और विद्यार्थियों ने उत्तर दिया बल्कि विद्यार्थियों ने भी अपने मन के अंदर उमड़ रहे प्रश्न को पूछ कर समाधान प्राप्त किया। आगंतुक रिसोर्स पर्सन्स के व्याख्यानों ने विद्यार्थियों को इतना अधिक प्रभावित किया कि वह सत्र के बाद भी रिसोर्स पर्सन को घेर कर उन्हें कई प्रश्न पूछ कर विभिन्न जानकारियां प्राप्त करते हुए अपनी उत्सुकता शांत करते दिखे। संपूर्ण आयोजन का संचालन हिंदी माध्यम में व्याख्याता पूजा मिश्रा एवं अंग्रेजी माध्यम में व्याख्याता प्रणीति चंद्राकर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन व्याख्याता समीक्षा गायकवाड़ ने किया। आयोजन में शिक्षकों में उपप्राचार्य बी एल ध्रुव, उप प्राचार्य विक्रम सिंह ठाकुर, संतोष सूर्यवंशी, कमल सोनकर, गोपाल देवांगन, मधु गुप्ता, शिखा महाडिक, कैलाश साहू, नारायण लाल साहू, साक्षी जपे, साक्षी चंद्राकर, जमील अहमद, जितेंद्र साहू आदि शिक्षक द्वय भी श्रोता के रूप में उपस्थित रहे।