विद्यालयों में जैविक खेती के बारे में पढ़ाने और सीखाने शिक्षक हुए प्रशिक्षित प्लास्टिक नियंत्रण एवं प्रबंधन पर सप्ताहिक प्रोजेक्ट कार्य कैसे हो शिक्षकों ने जाना_

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विद्यालयों में जैविक खेती के बारे में पढ़ाने और सीखाने शिक्षक हुए प्रशिक्षित
प्लास्टिक नियंत्रण एवं प्रबंधन पर सप्ताहिक प्रोजेक्ट कार्य कैसे हो शिक्षकों ने जाना_

बरपाली/कोरबा (18.01.2025)। बरपाली में दो दिवसीय विकासखण्ड स्तरीय यूथ एवं ईको क्लब के क्रियान्वयन हेतु प्रभारी शिक्षकों का प्रशिक्षण दिनांक 17 एवं 18 जनवरी को शास. पूर्व माध्यमिक शाला बरपाली में आयोजन किया गया। प्रथम दिवस की शुरूआत प्रशिक्षण नोडल अधिकारी लाल सिंह कंवर सी.ए.सी. बरपाली एवं बलिहार सिंह पैकरा सी.ए.सी. कोथारी एवं वरिष्ठ शिक्षकों के द्वारा माता सरस्वती के पूजा अर्चना एवं सरस्वती वंदना के साथ किया गया। उक्त प्रशिक्षण में प्रथम दिवस स्कूल पोषण वाटिका पर छात्रों के साथ कैसे काम करे इस पर विस्तार से जानकारी दिया गया। पोषण वाटिका के लिए जगह का चयन, मिट्टी तैयार करना, फसल चक्र, बीज संकलन, बुआई, फसल संरक्षण, कटाई आदि विषयों पर बच्चों को कैसे जानकारी दे इसको बताया गया। मुख्य रूप से रसायनिक खादों को छोड़कर जैविक खादों के द्वारा कैसे खेती किया जा सकता है, इस पर विस्तार से प्रयोग करके दिखाया गया। मिट्टी को तैयार करने हेतु जीवामृत, बीजों के संरक्षण हेतु बीजामृत एवं फसलों में लगने वाले कीटो को रोकने हेतु कीट रोधी जैविक प्रक्रिया से कैसे बनाया जाये इसके बारे में विस्तार से जानकारी दिया गया। द्वितीय दिवस के प्रशिक्षण के आरंभ में जमीन पर प्लास्टिक के दूष्परिणामों पर प्रश्नोत्तरी से दिन का आरंभ किया गया। जिसके पश्चात हम बच्चों से किस प्रकार प्लास्टिक से पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा करें पर बातचित किया गया। इसके पश्चात मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा आगामी बारह सत्पाह के लिए बारह विविध प्राजेक्ट के साथ प्लास्टिक के नियंत्रण प्रबंधन पर शिक्षकों को विद्यार्थियों के साथ कैसे काम करना है विस्तार पुर्वक बताया गया। जिसमें मुख्य रूप से पर्यारण पर चर्चा, गांव मोहल्ले मे सर्वे, किये गये सर्वे में चर्चा, पानी और समुद्र में प्रदूषण, प्लास्टिक और उसके प्रकार, प्लास्टिक के दूष्प्रभाव, प्लास्टिक का विकल्प आदि पर विस्तार से कैसे बच्चों के बीच प्रोजेक्ट कराया गया बताकर, एवं बारहवे सप्ताह कैसे जमीन मेले का आयोजन धुम धाम से किया जाना है इसके बारे में बताया गया। साथ ही बच्चों के बीच इस गंभीर विषय को कैसे खेल खेल में ले जाया जाये एवं उन्हे कैसे जागरूक किया जाये इसके लिए शिक्षकों को समुहों में बांटकर कार्य करवाया गया एवं मनोरंजक खेलों के उदाहरण देकर ऐसे खेल विद्यालयों में भी आयोजित किया जाये इसके बारे में बताया गया। उक्त दो दिवसीय प्रशिक्षण में विकासखण्ड करतला अंतर्गत पूर्व माध्यमिक शालाओं के 38 यूथ एवं ईको क्लब प्रभारी शिक्षक सम्मिलित हुए, प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर रूप में डेरिहा प्रसाद सोनी, मनोज रात्रे, मनीराम साहू, विष्णु प्रसाद गुप्ता पर द्वारा समस्त प्रभारी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।

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