आखिर ऐसा क्या हुआ..??? कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित भाई शाह के छत्तीसगढ़ दौरे पर जाकेश साहू ने उन्हें खुला पत्र लिखकर एक भयानक सनसनी मचा दी है…..

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आखिर ऐसा क्या हुआ..??? कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित भाई शाह के छत्तीसगढ़ दौरे पर जाकेश साहू ने उन्हें खुला पत्र लिखकर एक भयानक सनसनी मचा दी है…..

राजनांदगांव/छुरिया –
क्या छत्तीसगढ़ प्रदेश का पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने में भेदभाव करती है….???
क्या यहां के प्रभावशाली, पावरफुल और बड़े आरोपियों पर कार्रवाई करने में पुलिस प्रशासन घबराती है..???
क्या आरोपियों पर कार्रवाई करने में छग पुलिस… एक ल माई…और एक ल मौसी …. करता है….???
आज छत्तीसगढ़ पुलिस पर ऐसा गंभीर आरोप इसलिए लग रहे है क्योंकि प्रदेश के एक शिक्षक एवं कर्मचारी नेता को प्रताड़ित व परेशान करने तथा फोन पर गाली गलौच करने व सरे आम जुता मारने की धमकी देने वाले पूर्व कांग्रेसी महिला विधायक एवं इनके पति के ऊपर थाने में लिखित शिकायत के सात माह बाद भी अब तक पुलिस प्रशासन द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं की गई है….
इस मुद्दे पर पीड़ित शिक्षक नेता जाकेश साहू ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित भाई शाह के छत्तीसगढ़ दौरे पर उन्हें सोशल मीडिया में खुला पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है…. जिससे खलबली मच गई है….
देखिए खुला पत्र में क्या लिखा है….???

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खुला पत्र –
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प्रति,
माननीय, यशस्वी…..
श्रीमान अमित भाई शाह जी,
केंद्रीय गृह मंत्री, भारत सरकार,
नई दिल्ली, भारत।

विषय :- पूर्व विधायक छन्नी साहू एवं उनके पति चंदू साहू पर वैधानिक/कानूनी/यथोचित कार्रवाई करने एवं मुझ पीड़ित को न्याय प्रदान करने बाबत।*

महोदय जी,
उपरोक्त विषयांतर्गत खुज्जी विधानसभा, जिला राजनांदगांव छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व विधायक छन्नी साहू एवं इनके पति चंदू साहू पर वैधानिक/कानूनी/सामाजिक/संस्थागत कार्रवाई करने की महान कृपा करेंगे।
संबंधित दोनो व्यक्तियों के द्वारा मुझे विगत लगभग दो सालो से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
घटना का विवरण निम्नानुसार है :-

01) यह कि मैं एक सरकारी शिक्षक के पद पर प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के रूप में पूर्व विधायक छन्नी साहू के निवास ग्राम पैरीटोला में पदस्थ हूं।

02) यह कि मैं विगत अनेक वर्षों से विभिन्न शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों में विभिन्न पदों पर रहकर समय समय पर शिक्षक एवं कर्मचारियों के मुद्दो/समस्याओं/मांगो को सोसल मीडिया एवं अखबारों में उठाते रहा हूं।

03) यह कि मैं समय समय पर विभिन्न शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों के मुद्दो पर हड़ताल/आंदोलन/धरना प्रदर्शन में सम्मिलित होते रहा हूं।

04) यह कि मैं एक पढ़ा लिखा और जागरूक नागरिक होने के नाते अपने ग्राम/क्षेत्र/जिला/प्रदेश की बिजली/शिक्षा/सड़क/स्वास्थ्य आदि की समस्याओं/मुद्दो को सोसल मीडिया/अखबारों के जरिए उठाते रहा हूं।
मैं साहू समाज में भी सक्रिय सामाजिक व्यक्ति हूं। आजीवन जिला सदस्य जिला राजनांदगांव/सदस्य तहसील साहू संघ छुरिया/कर्मचारी प्रकोष्ठ संयोजक मंडल कल्लूबंजारी/सचिव ग्रामीण साहू समाज ग्राम बखरूटोला आदि दायित्व में हूं।

05) यह कि मेरे द्वारा उपरोक्त जनहित/कर्मचारीहित में लिए जा रहे कार्यों के कारण मुझे मेरे ग्राम/क्षेत्र/ब्लाक/जिला/प्रदेश में लोग मुझे एक कर्मचारी एवं शिक्षक नेता व समाजसेवी के रूप में जानते एवं पहचानते है।

06) यह कि मेरे उक्त कार्यो व उपलब्धि के कारण तथा मेरी लोकप्रियता के कारण पूर्व विधायक छन्नी साहू एवं उनके पति चंदू साहू मुझे अपना प्रतिद्वंदी मानते है। चूंकि मैं साहू समाज से आता है एवं साहू समाज से ही पूर्व विधायक भी आती है।

07) विगत अक्तूबर 2022 में प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के रूप में पदोन्नत होकर मेरी पदस्थापना पूर्व विधायक के गृह ग्राम पैरीटोला में की गई।

08) तात्कालीन विधायक के गृह ग्राम में कार्यभार ग्रहण करते ही विधायक एवं उनके पति ने मेरा विरोध करते हुए मुझे अन्यत्र पदस्थ करने हेतु विभाग को अपने लेटर पैड में लिखकर दिया। साथ ही विभागीय अधिकारियों पर दबाव बनाने लगा।

09) इसी बीच मेरे स्कूल में विभाग के विभिन्न अधिकारियों को भेजकर मुझपर करवाई करने का दबाव डालने लगा। विभागीय अधिकारी लगातार मेरे स्कूल में बार बार आकर मेरा खामी व कमजोरी तलाशने लगे।

10) इसी बीच लगभग तीन माह बाद मेरे खिलाफ षडयंत्रपूर्वक पुलिसिया कार्रवाई हुई व मैं 42 घंटे तक पुलिस रिमांड में रहा। फिर जमानत में जेल से रिहा हुआ।

11) मेरे जेल से आने के बाद विधायक और उनके पति ने गांव वालो को अपने पक्ष में करके गांव में बैठक कराकर मेरे विरुद्ध लिखित शिकायत पत्र बनाकर विभाग व शासन प्रशासन में मेरी लिखित शिकायत की। परंतु ग्रामीण बैठक में मेरा पक्ष सुनने मुझे नहीं बुलाया गया। जबकि उक्त बैठक में मुझे मेरा पक्ष जानने बुलाया जाना चाहिए था।

12) तात्कालीन विधायक छन्नी साहू के इशारे पर ग्रामीणों ने विभाग में मेरी लिखित शिकायत की। जिससे मुझे मेरे मूल पदस्थ शाला से लगभग 30 से 40 किलोमीटर दूर संलग्न कर दिया गया।

13) जब मैंने विभाग से यह पूछा कि मेरे पदस्थ शाला ग्राम से ग्रामीणों ने यदि मेरी लिखित शिकायत की है तो मेरा संलग्नीकरण आस पास दस से पंद्रह किलोमीटर के बीच करनी चाहिए न कि इतना दूर। आखिर आप लोगो ने ऐसा क्यों किया…?????
इतने में विभाग के अधिकारियों ने मुझे बताया कि यह सब तात्कालीन विधायक छन्नी साहू एवं उनके पति चंदू साहू के मौखिक निर्देश पर किया गया है।

14) इतने में मैं विधायक पति चंदू साहू के घर गया और उनके आग्रह पूर्वक निवेदन किया कि मेरी पदस्थापना 30 से 40 किलोमीटर दूर न करके आस पास के अन्यत्र स्कूल में किया जाना चाहिए। इतने में विधायक पति ने मुझसे कहा कि ग्रामीणों ने तुम्हारी लिखित शिकायत की है अतः तुम गांव में बैठक रखकर क्षमा याचना कर लो और मुझसे भी माफी मांग लो। फिर मैं तुम्हे माफ कर दूंगा।

15) इतने में मैंने ग्राम में ग्रामीणों की बैठक रखकर क्षमा याचना की। तब ग्रामीणों ने मुझे बताया कि गांव में मेरी कोई शिकायत नहीं है। मुझे माफी मांगने की जरूरत नहीं है। बल्कि गांव वालो को भड़काकर व षडयंत्र करके विधायक और विधायक पति ने ग्रामीणों से हस्ताक्षर युक्त आवेदन बनाकर विभाग में दिलवाया है व विभागीय दबाव अधिकारियों पर बनवाया है।

16) दूसरे दिन मैं फिर विधायक पति से उनके घर जाकर मिला और उन्हे बैठक की सारी बातें बताया। तब उन्होंने कहा कि तुम्हे इस गांव में नहीं रख सकते। तुम चुपचाप चले जाओ। तुम बहुत नेतागिरी करते हो। तुम मेरे गांव में किसको पूछकर आए हो। राजनांदगांव जिला, खुज्जी विधानसभा, छुरिया ब्लाक और ग्राम पैरीटोला में कलेक्टर/एसपी/तहसीलदार/डीईओ/सीईओ/बीईओ सब मेरे अनुमति से आते है।
तुम मुझे बिना पूछे यहां कैसे आ गए। तुम्हे मेरे विरोधियों ने मेरे गांव में नेतागिरी करने के लिए भेजा है। तुम्हे बर्खास्त करने में मुझे 15 दिन नहीं लगेगा। बेहतर ये है कि तुम नेतागिरी छोड़ दो और चुपचाप स्कूल आओ जाओ।

17) दूसरे दिन मैं शिक्षक संघ के अपने तीन मित्रों के साथ पुनः विधायक पति के पास गया। मेरे शिक्षक मित्रो ने विधायक पति से आग्रह किया कि सारा विवाद खत्म कीजिए और शिक्षक को दूर न भेजकर आस पास के स्कूल में पोस्टिंग कर दीजिए।
इतने में विधायक पति चंदू साहू ने मुझ पर भड़ास निकालते हुए मुझे धमकी दी कि वे मुझे बर्खास्त कर देंगे। वे सर पे पगड़ी बांधकर नेतागिरी करते है। तुम जैसे छोटे मोटे मास्टर से नही डरने वाले। यह व्यक्ति नेतागिरी करता है। आंदोलन करता है। क्षेत्र की खराब सड़को का फोटो, बिजली बंद की शिकायत सोसल मीडिया में लिखता है।
विभिन्न समस्याओं और शिक्षक संघ के मुद्दो को लेकर पेपरबाज़ी करता है। साहू समाज में भी नेतागिरी करता है। इनका फोटो पेपर में छपता है।

18) मुझे साफ साफ और धमकी देते हुए हिदायत दी गई कि मैं नेतागिरी करना छोड़ दूं। अन्यथा मुझे बर्खास्त कर पुनः जेल भेज दिया जाएगा।

19) इसके बाद हम लोग घर आ गए। और मैं दूसरे दिन स्कूल से रिलीव होकर 30 से 40 किलोमीटर दूर स्कूल दैहान चला गया।

20) बाद में विधायक और विधायक पति द्वारा मेरे मित्रजनों, राजनीतिक नेताओ व सामाजिक बंधुओ के पास मेरा खिल्ली उड़ाया गया कि यह गुरुजी बहुत नेतागिरी कर रहा था जिसे हमने बहुत दूर भगा दिया।

21) 2023 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने छन्नी साहू का टिकिट काट दिया। जिसके बाद वह मुझसे पुनः बौखला गई। और लोगो के पास टिकिट कटने का एक कारण मुझे भी बताने लगी। और लोगो के पास कहने लगी कि वो जाकेश को छोड़ेगी नहीं क्योंकि उसी ने इनका टिकिट कटवाया है।

22) बाद में लगभग जनवरी फरवरी 2023 के लगभग मुझे एक अज्ञात व्यक्ति सुबह सुबह बुलाने आया। और विधायक कुछ काम से बुला रही है करके बुलाकर पैरीटोला व चारभांठा मोड़ जंगल क्षेत्र में ले गए।
जहां पहले से चंदू साहू, छन्नी साहू और साहेब दास मौजूद थे। उन लोगो ने मुझे हाल चाल पूछा। फिर टिकिट कटने का दोष मुझ पर मढ़ते हुए। गाली गलौच कर पास रखे लाठी डंडे लेकर मुझे दौड़ाए। जिससे मैं जान बचाकर भागा।
उस समय वहां कोई अन्य व्यक्ति नहीं दिखा। उक्त घटना के समय कोई भी व्यक्ति वहां पर उपस्थित नहीं था। इसलिए इनका कोई गवाह नहीं है।

23) उक्त घटना का कोई गवाह नहीं होने के कारण मैं मैने इसका पुलिस में रिपोर्ट नहीं लिखाया पाया था।

24) जब मुझे इतना ज्यादा परेशान किया गया तब मैंने चंदू साहू के उस सामाजिक मुद्दे को साहू समाज के व्हाट्सअप ग्रुप में उठाया कि आदिवासी रेत ड्राइवर को मारपीट व गाली गलौच मामले में चंदू साहू पूर्व में जेल जा चुका है पर उसने इस मामले का सामाजिक निराकरण अभी तक नहीं कराया है।

25) संबंधित बातो से बौखलाकर पूर्व विधायक छन्नी साहू ने मुझे विगत लगभग 02 मई 2024 को फोन कर भड़वा कहकर गाली गलौच करते हुए सामाजिक बैठक में पांच जूता मारने की धमकी दी। उक्त धमकी का आडियो मेरे मोबाइल में रिकार्ड हो गया। को मेरे पास सबूत के तौर पर रह गया।

26) घटना के बाद मैंने उसी दिन संबंधित घटना को सामाजिक बंधुओ और अपने कुछ शिक्षक मित्रों को बतलाया। और अगले दिन पुलिस थाना छुरिया में लिखित शिकायत दर्ज कराई।

27) दस दिन बाद लगभग 13 मई को जब यह घटना पत्रकारों को पता चला तब सभी मीडिया वालो ने मुझे पूरी जानकारी ली और थाने में शिकायत की कापी मुझे मांगी जो अखबारों में छपा।
इस प्रकार 2022 से लेकर 2024 तक कांग्रेस के पूर्व विधायक छन्नी साहू एवं इनके पति चंदू साहू द्वारा मुझे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित एवं परेशान किया गया।
इसकी शिकायत मैने पुलिस थाना छुरिया में लिखित रूप से किया है। यह शिकायत मई महीने में किया है। शिकायत के लगभग सात माह बाद भी आज पर्यंत आरोपी पूर्व कांग्रेस विधायक एवं उनके पति पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। आज तक एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है।
अतः देश के माननीय यशस्वी गृह मंत्री श्रीमान अमित भाई शाह जी से विनम्र निवेदन है कि मुझ पीड़ित को न्याय प्रदान करते हुए संबंधित मामले में आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर विधि सम्मत आवश्यक कार्यवाही करने की महान कृपा करेंगे।

आवेदक –
जाकेश साहू
ग्राम बखरूटोला
थाना पुलिस चौकी जोब छुरिया
पोस्ट बम्हनी चारभांठा
तहसील छुरिया
जिला राजनांदगांव छग
9340297363

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