परसट्टी में स्टॉप डेम निर्माण पर सवाल — लाखों की लागत के बावजूद एक वर्ष में ही ढांचा कमजोर।
गरियाबंद/फिंगेश्वर :- फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम पंचायत सेंदर के आश्रित ग्राम परसट्टी में निर्मित स्टॉप डेम की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। लाखों की लागत से तैयार किया गया यह स्टॉप डेम सिर्फ एक वर्ष में ही टूट-फूट की स्थिति में पहुंच गया, जिससे निर्माण की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
एक वर्ष में ही टूटने लगा स्टॉप डेम
ग्रामीणों का कहना है कि स्टॉप डेम का निर्माण वर्ष 2023-24 में किया गया था, लेकिन यह एक वर्ष भी टिक नहीं पाया और कई स्थानों पर इसकी दीवारें दरारों और टूट-फूट का शिकार हो चुकी हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माण कार्य में उपयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता बेहद निम्न स्तर की रही है। ग्रामीणों के अनुसार:
*“अगर सही निर्माण कराया गया होता, तो स्टॉप डेम इतनी जल्दी जर्जर नहीं होता।”*
मौके पर दिखाई दे रहा है कि स्टॉप डेम के कुछ हिस्से धंस गए हैं, वहीं कई स्थानों पर सीमेंट-बालू का बंधाव कमजोर नजर आता है।
ग्रामीणों ने की शिकायत, कार्रवाई अब तक लंबित
ग्रामीणों ने इस संबंध में एक माह पूर्व जिला प्रशासन से लिखित शिकायत की थी, लेकिन अभी तकन कोई स्थल निरीक्षण,न कोई तकनीकी जांच,और न ही जिम्मेदारों पर कार्रवाई की गई है।
*ग्रामीणों ने सवाल उठाया है*
“क्या शिकायत के बाद भी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है?”
*शिकायतकर्ता को प्रताड़ित करने के आरोप*
ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि शिकायत दर्ज होने के बाद से ही शिकायतकर्ता को प्रताड़ित करने की कोशिशें की जा रही हैं।
उनका कहना है कि मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में नाराज़गी है।
ग्रामीणों की मांग स्टॉप डेम की तकनीकी जांच तत्काल कराई जाए।
निर्माण में संभावित अनियमितता की विभागीय जांच हो।
जिम्मेदार अधिकारियों व संबंधित कर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
*प्रशासन से अपील*
जिला प्रशासन से आग्रह है कि ग्रामीणों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए स्टॉप डेम निर्माण की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
