जिले में 1823 स्वयं सेवी शिक्षक, 18822 असाक्षरों को साक्षर करने अपने गांवों में करा रहे अध्यापन

0
IMG-20241208-WA0004
जिले में 1823 स्वयं सेवी शिक्षक, 18822 असाक्षरों को साक्षर करने अपने गांवों में करा रहे अध्यापन

महासमुंद 8 दिसंबर 2024/ उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 15 से अधिक वर्ष आयु वर्ग के असाक्षरों को साक्षर करने के लिए चलाए जा रहे अभियान में जिले के 1095 युवतियों तथा 728 युवक कुल 1823 युवक/ युवतियों का अपने गांव के 18822 असाक्षरों को साक्षर करने के लिए स्वयं सेवी शिक्षकों की भूमिका में संकल्पित होकर उल्लास प्रवेशिका का अध्यापन करा रहे हैं। कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण

विनय कुमार लंगेह से प्राप्त निर्देशानुसार जिले के उल्लास केन्द्र के शिक्षार्थियों को उल्लास प्रवेशिका एवं उल्लास कार्य पुस्तिका देकर अध्यापन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वही स्वयंसेवी शिक्षकों के द्वारा स्वयंसेवी शिक्षक मार्गदर्शिका में बताएं गए तकनीक के माध्यम से सीखने की शीघ्रगामी पद्धति से असाक्षरों को पढ़ना, लिखना, तथा दो अंकों का जोड़ घटना सिखाया जा रहा है। इसी क्रम में
ग्राम मुनगाशेर विकासखण्ड बागबाहरा में 37 असाक्षरों का चिन्हांकन कर तीन स्वयं सेवी शिक्षक यामिनी साहू, मन्नू , धर्मराज द्वारा 31 से 70 वर्ष की 31 महिलाओं तथा 06 पुरुषों को उल्लास कार्यक्रम के अंतर्गत साक्षर कर रहे हैं। यामिनी साहू के केन्द्र में अध्यापन कर रही केशली बाई, दुखिया बाई, दुरपन, नीरा जलछत्री, परेम बाई ,बुधियारिन, राधाबाई लक्ष्मीबाई, ललिता, सौदा बाई अक्षर को पहचानने व लिखना सीख रही हैं बताती है पहले शब्दों को जानते थे अब लिखे को भी पहचानने लगे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य खबरें