उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरकोट में “नशा मुक्त युवा – विकसित भारत”विषय पर दुर्गावाहिनी टीम द्वारा एक महत्वपूर्ण जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अमरकोट – उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरकोट में “नशा मुक्त युवा – विकसित भारत”विषय पर दुर्गावाहिनी टीम द्वारा एक महत्वपूर्ण जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना, नशामुक्त जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना तथा राष्ट्र निर्माण में युवा शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करना था।
इस सार्थक आयोजन की संपूर्ण रूपरेखा दुर्गावाहिनी जिला संयोजिका ललिता सिदार और प्रखण्ड सह-संयोजिका विमला दास द्वारा प्रस्तुत की गई। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए घातक है, बल्कि यह परिवार, समाज और राष्ट्र के विकास को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है। युवाओं को सही दिशा, सशक्त विचार और स्वस्थ जीवन शैली देकर ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता व्यायाम शिक्षिका सू श्री शुभ्रा डडसेना रहीं, जिन्होंने बड़े प्रभावी ढंग से नशे के मानसिक, शारीरिक व सामाजिक दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नशा युवाओं की ऊर्जा, समय और प्रतिभा को नष्ट कर देता है। यदि युवा पीढ़ी नशे से दूर रहकर केवल अपने भविष्य और राष्ट्रहित के प्रति समर्पित हो जाए, तो भारत विश्व में एक सशक्त, आत्मनिर्भर और अग्रणी राष्ट्र बन सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को इंटरनेट, सोशल मीडिया और सामाजिक परिवेश में बढ़ते नशे के प्रलोभनों से सावधान रहने की सलाह दी।
विश्व हिंदू परिषद की जिला संयोजिका एवं समाजसेविका डॉ. अनिता चौधरी ने सभी विद्यार्थी एवं उपस्थित जनों को नशामुक्त रहने तथा स्वदेशी अपनाने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि स्वदेशी विचार और स्वच्छ जीवनशैली से हम न केवल अपने स्वास्थ्य और परिवार की रक्षा करते हैं, बल्कि देश की आर्थिक मजबूती में भी योगदान देते हैं। डॉ. चौधरी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत के विकास का मार्ग युवा शक्ति के हाथों में है, इसलिए उन्हें नशे जैसी कुरीतियों से दूर रहकर सकारात्मक दिशा चुननी चाहिए।
कार्यक्रम का सफल संचालन हेमंत कुमार दीवान ने किया। उन्होंने पूरे आयोजन को संयम, अनुशासन और प्रभावी संवाद के साथ आगे बढ़ाया, जिससे उपस्थित सभी छात्र-छात्राएँ कार्यक्रम से पूरी तरह जुड़कर सीखने को प्रेरित हुए।
विद्यालय के प्राचार्य नारायण भोई शिक्षक बसुदेव पटेल तथा खेल शिक्षक इश्वर लाल राउत ने भी अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति एवं सहयोग प्रदान किया। प्राचार्य भोई ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को सही संस्कार, स्वस्थ आदतें और जीवन के प्रति जागरूक दृष्टिकोण देना भी है। उन्होंने दुर्गावाहिनी टीम के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं के चरित्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होते हैं।
कार्यक्रम में छात्रों ने “नशा मुक्त भारत” के संकल्प को दोहराते हुए प्रतिज्ञा ली कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे और दूसरों को भी इसके दुष्परिणामों से अवगत कराएंगे। समापन में सभी उपस्थित लोगों ने एक विकसित, जागरूक और नशा मुक्त भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया।
इस प्रकार दुर्गावाहिनी द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम न केवल जागरूकता का माध्यम बना, बल्कि अमरकोट के युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा, राष्ट्रप्रेम और स्वस्थ जीवन शैली की नई प्रेरणा भी लेकर आया।
